ऊना।। हिमाचल प्रदेश के पेखूबेला में आईओसी के टर्मिनल के उद्घाटन के मौके जमकर नारेबाजी हुई। बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ता एक तरह से शक्ति प्रदर्शन की होड़ में लगे हुए थे। कांग्रेस समर्थक जहां वीरभद्र सिंह जिंदाबाद बोल रहे थे वहीं बीजेपी कार्यकर्ता मोदी जिंदाबाद के नारों में जुटे हुए थे। दोनों पार्टियों के नेता जनता को खामोश करने की कोशिश में लगे हुए थे और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान तक को मंच संभालकर लोगों को शांत करवाना पड़ा। मगर तब माहौल मजेदार हो गया जब भाजपा कार्यकर्ताओं ने हिमाचल प्रदेश के परिहवन व खाद्य आपूर्ति मंत्री जी.एस. बाली के पक्ष में नारेबाजी की।
हिंदी अखबार पंजाब केसरी की रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही जी.एस. बाली अपनी सीट से उठकर संबोधन के लिए माइक पर आए तो मंच के सामने बैठे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। पहले जहां ये कार्यकर्ता पीएम मोदी जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे, अब उन्होंने ‘बाली जी को जय श्रीराम’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस दौरान वीरभद्र जिंदाबाद के नारे लगा रहे कांग्रेस कार्यकर्ता हैरान रह गए। मगर वहां मौजूद सब लोगों की हैरानी तब और बढ़ गई जब बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया- हमारा नेता कैसा हो, जी.एस. बाली जैसा हो।
इस घटनाक्रम से जहां कांग्रेस के नेता असमंजस में पड़ गए वहीं बीजेपी के आला नेता मुस्कुराते हुए नजर आए। मुस्कुराते हुए यह नारेबाजी कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को देख जी.एस. बाली भी मुस्कुराए बिना नहीं रह पाए। बहरहाल, इसके बाद बाली अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने पीएम मोदी पर चुटकी भी और मुस्कुराते हुए कहा, ‘मोदी कहते हैं कि लोगों को चूल्हों से निजात दिलानी है। मगर चूल्हों पर ही सबसे स्वादिष्ट खाना बनता है और यह दौर मैंने खुद देखा है जब सभी जगह चूल्हों पर ही खाना बनता था। खैर, अब तो चूल्हों वाला दौर धीरे-धीरे बदल रहा है और लोग तरक्की कर रहे हैं।’
गौरतलब है कि हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री जीएस बाली प्रदेश में तेजी से लोकप्रिय हुए हैं। फेसबुक के माध्यम से समस्याओं का निपटारा करने की शुरुआत करने वाले वह हिमाचल के पहले मंत्री हैं। अपने फेसबुक पेज पर लाइव आकर वह कई बार लोगों के सुझाव ले चुके हैं। इसके अलावा प्रदेश को लाखों का चूना लगा रही अवैध बसों के खिलाफ छापेमारी में रात को खुद मौजूद रहने पर भी वह चर्चा में रहे।
बेरोजगारी भत्ते से लेकर अपनी संपत्ति का ऐलान करने की वजह से भी वह सुर्खियां बटोर चुके हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से उनकी करीबी के भी चर्चे हैं, जिनके दम पर वह अपने विभागों में हिमाचल के लिए केंद्र से बहुत कुछ ला चुके हैं। ऐसे में यह चर्चाएं भी चल रही हैं कि कहीं वह भी बीजेपी में शामिल तो नहीं होने वाले। हो सकता है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की उनके पक्ष में नारेबाजी इन्हीं अटकलों पर आधारित हो।