बिलासपुर।। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में घमासान मचा हुआ है। पहले प्रदेश कांग्रेस महासचिव रामलाल ठाकुर ने बिलासपुर सदक के एमएलए बंबर ठाकुर पर 200 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया था। अब बंबर ने पलटवार करते हुए रामलाल ठाकुर और उनके बेटे पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप जड़ा है। उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाते हुए रामलाल ठाकुर को चुनौती दी कि सीबीआई और कोर्ट को लिखित शिकायत दें और उसपर मैं भी दस्तखत करूंगा। बंबर ने रामलाल के बेटे पर आरोप लगाया कि कीरतपुर से धराड़सानी तक का फोरलेन निर्माण का जो ठेका लिया है, उसके लिए रेत-बजरी और पत्थर कहां से आ रहे हैं।
बंबर ठाकुर ने कहा, ‘खाला खड्ड से रेत-बजरी रामलाल के लोग निकाल रहे थे और नाम मेरा लिया जा रहा था। मामला तब सामने आया जब एसएचओ बरमाणा ने कार्रवाई की और ट्रकों को पकड़ा पकड़े गए सभी लोग रामलाल ठाकुर और रणधीर शर्मा के थे। रही बात खैर कटान मामले की तो हाईकोर्ट के जज से जांच करने की मांग मैंने खुद की थी। राम लाल ठाकुर ने तो सीमेंट कंपनी में अपने बेटे की 200 बोगियां लगा गरीब लोगों के रोजगार का हक मारा है। उनमें नियमों को ताक पर रखकर ओवरलोडिंग की जा रही है। नौ टन की जगह 40 टन लाया जा रहा है, उसका टैक्स कौन भरेगा?’
बंबर ने कहा, ‘श्री नयना देवी के पांच ब्लॉकों में खैर के हजारों पेड़ काटे गए। रामलाल ठाकुर ने इसकी जांच की मांग क्यों नहीं की?” बंबर ने कहा कि रामलाल ठाकुर, सुरेश चंदेल और रणधीर शर्मा की मिलीभगत है। राम लाल और सुरेश चंदेल ने बस अड्डे के पास जमीन पर बहुमंजिला भवन तैयार किया है जिससे 10 लाख किराया आता है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा के सुरेश चंदेल के साथ मिलकर रामलाल मुझे बदनाम करने का षड्यंत्र रचते रहे हैं। अब उन्होंने आरोप लगाकर साफ कर दिया है कि षडयंत्रकारी कौन है।
रामलाल ने कहा, ‘मैंने एमएलए बनने से पहले एक बस खरीदी, कारोबार बढ़ता गया और पांच बसें हो गईं। इसके बाद हैंडपंप लगाने वाली मशीनें खरीदी और जेसीबी भी खरीदी। विधायक बनने से पहले मैंने करोड़ों कमाए और लोगों में बांट भी दिए। मगर रामलाल ठाकुर बताएं कि वह एमएलए बनने से पहले क्या थे और उनके पास करोड़ों-अरबों की जायदाद कहां से आई?’ इसके जवाब में रामलाल ठाकुर ने कहा, ‘मेरे बेटे के कारोबार की बीजेपी सात बार जांच करवा चुकी है। मेरा बेटा कारोबारी है और किसी संवैधानिक पद पर नहीं है। बेटे की कंपनी पंजीकृत है। सभी बोगियां फाइनांस कंपनी से लोन लेकर खरीदी गई हैं। बस अड्डे के पास जो दुकान है, सोसायटी की है। विधायक अपनी खाल बचाने के लिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं।’
गौरतलब है कि कांग्रेस के इन नेताओं का एक-दूसरे की पोल खोलना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। पहले ही मुख्यमंत्री के करप्शन के मामले में बैकफुट पर आई कांग्रेस अब और नुकसान झेलती दिख रही है। रामलाल ठाकुर ने बंबर पर 200 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। यही नहीं, रामलाल ने आरोप लगाया है कि बंबर ठाकुर के पंजाब के तस्करों से रिश्ते है। उन्होंने बंबर पर फोरलेन हाइवे के एक ऑफिसर से 1 लाख रुपये बतौर कमिशन लेने का भी आरोप जड़ा। उन्होंने कहा कि बंबर खैर के पेड़ो के कटान से लेकर अवैध खनन में जुटे हैं और मेरे पास पूरे सबूत हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मांग की है कि इन आरोपों की जांच सीबीआई से करवाई जाए।