Site icon In Himachal | इन हिमाचल

मंडी नहीं आ पाए प्रेजिडेंट, कांगड़ा में पूजा करके लौटे

कांगड़ा।।

हिमाचल दौरे पर आए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज मंडी नहीं पहुंच पाए, लेकिन उन्होंने प्रदेश के कांगड़ा जिले की प्रसिद्ध शक्तिपीठ बगलामुखी में पहुंचकर पूजा अर्चना की। आईआईटी मंडी के दूसरे दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी  मंडी आ रहे थे। सुबह चंडीगढ़ से उन्होंने मंडी के लिए ही उड़ान भरी थी।

बताया जा रहा है कि हवाई मार्ग में ही मंडी में मौसम खराब होने की जानकारी मिली तो उनके हेलिकॉप्टर को कांगड़ा जिले की ओर मोड़ने का फैसला लिया गया। दरअसल मंडी में विजबिलिटी बहुत ही कम थी। ऐसे में एटीसी और वायुसेना की ओर से कोई भी जोखिम नहीं उठाने की सलाह दी गई। यही वजह थी कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ज्वालामुखी के पास एस एस बी के प्रशिक्षण केन्द्र में उनके हेलिकॉप्टर ने लैंडिंग की।

यहां हिमाचल सरकार के मिनिस्टर इन वेटिंग  शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने उनका स्वागत किया। एस एस बी के प्रशिक्षण केन्द्र सपड़ी के सेनायक एस के शर्मा भी उनके साथ थे। यहां जवानों ने उन्हें सलामी दी। सपड़ी में ही उतरते ही धर्मशाला-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग में यातायात रोक दिया और राष्ट्रपति यहां से सीधे वह 22 किलोमीटर दूर बगलामुखी रवाना हो गए

बगलामुखी में करीब आधा घंटा उन्होंने बिताया। इस दौरान राष्ट्रपति ने यहां मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की व हवन भी किया। यहां बगलामुखी के मंहत देवी गिरी के सानिध्य में  तांत्रोक्त विधि से अनुष्ठान हुआ। सपड़ी हेलीपैड में उतरने के बाद उनका काफिला ज्वालामुखी व देहरा होते हुए बनखंडी पहुंचा व इसी मार्ग से सपड़ी वापिस आ गया। यहां से उन्होंने पठानकोट के लिए उड़ान भरी।

इस दौरान सपड़ी से वाया देहरा छोटे बड़े 42 मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था चौकस रही व सपड़ी से देहरा हनुमान चौक तक 27 और देहरा से मां बगलामुखी मंदिर तक 15 रास्तों को सील रखा गया था। पूरे मार्ग पर चप्पे चप्पे पर पुलिस मुस्तैद थी। पहले निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक उन्हें मंडी से वापस यहां आना था और उसके बाद उनकी दिल्ली वापसी थी। लेकिन बदले कार्यक्रम से उनकी वापसी अब पठानकोट से हुई।

Exit mobile version