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अब BJYM पदाधिकारी की फेसबुक पोस्ट पर बवाल

मंडी।।
कांग्रेस विधायक और सीपीएस नीरज भारती के बाद अब भारतीय जनता युवा मोर्चा के एक पदाधिकारी की फेसबुक पोस्ट पर बवाल हो गया है। मामला मंडी जिले के जोगिंदर नगर का है, जहां पर BJYM के मंडल अध्यक्ष पर ब्लॉक कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष जीवन ठाकुर ने 50 लाख रुपये का मानहानि का दावा ठोका है। इसके साथ ही उनके ऊपर अपनी ही पार्टी के सांसद पर भी टिप्पणी करने का आरोप लगा है।

कुछ दिनों पहले मंडी लोकसभा सीट से सांसद रामस्वरूप शर्मा ने जोगिंदर नगर मंडल की द्रुब्बल पंचायत का दौरा किया था। इस दौरान जोगिन्दर नगर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष जीवन ठाकुर, जो कि इस पंचायत के प्रधान भी हैं, ने प्रोटोकॉल के तहत सांसद का स्वागत किया। वह पंचायत प्रधान होने की वजह से मंच पर आगे वाली पंक्ति पर बैठे और सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने सांसद को गांव की समस्याओं से भी अवगत करवाया।

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इसी बात को लेकर जोगिन्दर नगर मंडल के BJYM अध्यक्ष ने इस सभा की तस्वीर अपनी फेसबुक टाइमलाइन पर शेयर करते हुए लिखा कि कांग्रेस अध्यक्ष बीजेपी की बैठक में शामिल हुए और वह बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। इसी पोस्ट से नाराज जीवन ठाकुर ने पुलिस में शिकायत दी है और साथ ही 50 लाख रुपये का मानहानि का दावा ठोका है। कांग्रेस नेता का कहना है कि उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की गई है।

यही नहीं, युवा बीजेपी पदाधिकारी ने इस पूरे प्रकरण में सांसद रामस्वरूप शर्मा को भी घसीट लिया था। उन्होंने फेसबुक पोस्ट डाली कि सांसद रामस्वरूप बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीछे धकेल रहे हैं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आगे कर रहे हैं। बीजेवाईएम पदाधिकारी की इस पोस्ट पर फेसबुक पर बहस छिड़ गई थी। बीजेपी से ही जुड़े स्थानीय नेताओं ने भी इस पोस्ट पर कॉमेंट करके आपत्ति जाहिर की। पार्टी के कुछ लोगों ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए प्रदेश आलाकमान  तक पहुंचा दिया है।

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खुद को बीजेपी समर्थक बता रहे कुछ लोग फेसबुक पर युवा बीजेपी पदाधिकारी की तस्वीर शेयर करते हुए सांसद पर की गई टिप्पणी का विरोध कर रहे हैं। एक शख्स ने कॉमेंट किया है, ‘जनता के चुने हुए प्रतिनिधि पार्टी से ऊपर होते हैं। ऐसे में किसी भी विचारधारा से संबंध होने पर पंचायत प्रधान का सांसद के कार्यक्रम में जाना गलत नहीं है। ऐसी सोच प्रदेश को गर्त की तरफ ले जा रही है।’

सूत्रों की मानें तो हिमाचल बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को एक सांसद के खिलाफ अपनी ही पार्टी के पदाधिकारी द्वारा की गई यह टिप्पणी नागवार गुजरी है। ‘इन हिमाचल’ को नाम न बताने की शर्त पर युवा मोर्चा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया की संगठन उस टिप्पणी के आधार पर कार्रवाई करने का मन बना चुका है। इस बारे में जब ‘इन हिमाचल’ ने सांसद रामस्वरूप शर्मा से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

अभी तो भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता ने ये पोस्ट्स डिलीट कर दी हैं, लेकिन कानूनी जानकारों का मानना है कि डिलीट कर देने से मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। जिस तरह से कोई भी क्राइम होते देखने वालों की गवाही अहम मानी जाती है, उसी तरह से किसी पोस्ट को पढ़ने वालों की गवाही को भी कोर्ट में मान्य समझा जाता है। पोस्ट के स्क्रीनशॉट्स के साथ लोगों की गवाही अहम हो जाती है।

कोर्ट अगर उचित समझे तो पुलिस फेसबुक के हेडक्वॉर्टर से संपर्क करके जानकारी मांगने का अधिकार रखती है, जहां से हर पोस्ट का पूरा रेकॉर्ड लिया जा सकता है। कानूनी जानकारों का कहना है कि बीजेवाईएम पदाधिकारी के खिलाफ आईटी ऐक्ट की धारा 66(A) और आईपीसी की धारा 153(A) तहत भी मामला दर्ज हो सकता है।

(नोट: इस पूरे प्रकरण पर  युवा बीजेपी पदाधिकारी को भी उनकी फेसबुक प्रोफाइल पर इन हिमाचल की तरफ से मेसेज भेजा गया है, ताकि इस मामले में उनका पक्ष भी जाना जा सके। अभी तक कोई जवाब नहीं आया है, अगर जवाब आता है तो हम उसे भी पब्लिश करेंगे।)

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