चंबा में जनमंच बना रंगमंच, बंद करवाए गए पत्रकारों के कैमरे

चंबा।। हिमाचल प्रदेश सरकार ने जनमंच कार्यक्रम को एक सफल और जनोपयोगी कार्यक्रम के तौर पर प्रचारित किया है मगर रविवार को चंबा में हालात कुछ अलग ही देखने को मिले। चंबा मुख्यालय की करियाँ पंचायत में जन मंच कार्यक्रम आयोजन किया गया था जहां पर आईपीएच मिनिस्टर महेंद्र सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।

इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज, भरमौर के विधायक जियालाल,  भटियात के विधायाक विक्रम जरियाल और मार्केटिंग कमेटी के चेयरमैन डी.एस ठाकुर भी मौजूद रहे। सभी विभागों के आला अधिकारियों ने भी इस जनमंच कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। मगर इस जनमंच में लोग काफी नाराज दिखे।

यही नहीं, प्रशासन ने मीडिया के कैमरे भी बंद करवा दिए। इससे लोगों में यह संदेश गया है कि सरकार जिस पारदर्शिता के दावे करती है, वह कहां गई? लोग इस बात से भी नाराज दिखे कि जब वह अपनी समस्याओं को मंत्री महोदय तक पहुंचा रहे थे तो उच्च अधिकारियों द्वारा उनकी आवाज को दबाने के लिए उन्हें जबरन बिठाया जा रहा था और उनकी समस्याओं को नहीं सुना जा रहा था।

बता दें कि चंबा के उपायुक्त पहले भी कई कार्यक्रमों के दौरान मीडिया वालों के कैमरे बंद करवा चुके हैं। इससे मीडियाकर्मियों में भी गुस्सा देखने को मिला। जब आईपीएच मंत्री ने मीडिया कर्मियों को प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए बुलाया तो नाराज पत्रकारों ने जाने से इनकार कर दिया। ऐसे में चर्चा फैल गई कि यह जनमंच कार्यकरम पूरी तरह रंगमंच कार्यक्रम बन गया।

भुवनेश कटोच नाम के शख्स ने बताया कि उन्हें अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया। वहीं कार्यक्रम में मौजूद रहे विधायक विक्रम जरियाल से जब पूछा गया कार्यक्रम के दौरान मिडिया के कैमरे क्यों बंद करवाए जाते हैं तो उन्होंने कहा कि उपायुक्त से पूछा जाएगा कार्यक्रम के दौरान कैमरे बंद क्यों करवाए गए।

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