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अंधविश्वास: जिंदा करने के लिए जमीन में गाड़ दिया युवक का शव

चंबा।।
हिमाचल प्रदेश हर क्षेत्र में लगातार तरक्की कर रहा है मगर कुछ इलाके ऐसे भी हैं, जहां पर आज भी अंधविश्वास चरम पर है। ताजा घटना भरमौर की है, जहां पर करंट लगने से एक छात्र की मौत हो गई। इसके बाद एक बाबा के कहने पर उसे एक गड्ढे में गाड़ दिया गया और उम्मीद की जाने लगी कि वह फिर जिंदा हो जाएगा।
Image Courtesy: अमर उजाला
बुधवार को यह अजीब खेल पांच घंटे तक चलता रहा। बाद में पुलिस ने आकर युवक के शव को बाहर निकाला। दरअसल विकास उर्फ बंटी 12वीं में पढ़ता था। धरकौथा के शिव कुमार का बेटा बंटी अपने ननिहाल सठली गया था। घर वापस आने के लिए वह गाड़ी का इंतजार कर रहा था। अचानक वह सड़क के साथ बने घर के स्लैब के साथ गुजरती बिजली की तार की चपेट में आया और सड़क से नीचे गिर गया।
बेसुध हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस बीच वहां आए एक बाबा ने परिजनों को सलाह दी कि अगर बंटी के शरीर को गर्दन तक जमीन में गाड़ दिया जाए तो वह ठीक हो जाएगा। गमगीन परिजनों को अपने बच्चे को फिर से जीवित करने की आस दिखाई दी।
युवक के जिंदा होने की उम्मीद में परिजनों और ग्रामीणों ने मिलकर गांव के बीच में ही एक गड्ढा खोद दिया और लाश को गले तक इसमें गाड़ दिया। करीब पांच घंटे तक युवक के जिंदा होने का इंतजार ग्रामीण करते रहे, लेकिन वह नहीं उठा।
इस बीच किसी ने पुलिस को खबर दी और शव को गड्ढे से निकालक पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। बाद में उसका शव परिजनों को सौंप दिया गया और गुरुवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया।
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