बेचारी बच्चियां लड़ती रहीं और वे बेशर्मी से वीडियो बनाते रहे

ए.आर. प्रसन्न।। आपको किसी बात पर गुस्सा आता है तो आप क्या करते हैं? झुंझलाते हैं, बड़बड़ाते हैं और अगर मामला हद से बाहर हो जाए तो हो सकता है आपकी सामने वाले हाथापाई भी हो जाए। सामान्य सी बात है। ऐसा होना नहीं चाहिए मगर इंसान आपा खो बैठता है कई बार। आप जब स्कूल-कॉलेज में होते हैं तो नासमझ होते हैं। आपमें इतनी समझ नहीं होती कि क्या करना चाहिए, क्या नहीं। छोटी-छोटी बातों को लेकर दोस्तों या सहपाठियों से झगड़ा हो जाता है, गाली-गलौच हो जाती है और कई बार नौबत मारपीट तक आ पहुंचती है।

मेरी जेनरेशन के बहुत से लोगों ने स्कूल-कॉलेज में खूब लड़ाई की होगी। मगर गनीमत कि हमारे दौर में मोबाइल कैमरे नहीं थे वरना लोग हमारी उन नादानियों के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल देते। उस दौर में मोबाइल फोन और फेसबुक वगैरह भले ही नहीं थे, मगर लोगों और हमारी उम्र से बच्चों में एक चीज थी जो आज की जेनरेशन में दिखाई नहीं देती- समझदारी।

जब कभी झगड़ा होता था तो कोई न कोई बीच-बचाव करने वाला आ ही जाता था। हां, कुछ तत्व ऐसे होते थे जिन्हें लड़ने-लड़वाने में मजा आता था, मगर छुड़वाने और बीच-बचाव करने वालों की संख्या उनसे ज्यादा होती थी। मगर आज अगर कोई स्कूल-कॉलेज में झगड़ने लगे, कोई भी छुड़वाने की कोशिश बाद में करता है, पहले मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने लगता है।

आजकल हमीरपुर के किसी कॉलेज में दो बच्चियों की लड़ाई का वीडियो खूब चटखारे लेकर शेयर किया जा रहा है। अखबार वाले बेशर्मी से उस वीडियो को अपनी वेबसाइट पर चटपटे शीर्षकों के साथ लगा रहे हैं- बॉयफ्रेंड को लेकर गुत्थमगुत्था हुईं लड़कियां। और हमारे और आपके ही जैसे लोग इस वीडियो को मजे लेते हुए शेयर भी कर रहे हैं।

कई जगह चटखारे लेकर परोसा गया है वीडियो

लड़कियां लड़ पड़ीं तो क्या हो गया?
मैं देखता हूं कि लड़कियों के इस तरह के वीडियो कुछ ज्यादा शेयर किए जाते हैं। जैसे कि सिगरेट पीती लड़कियों की तस्वीरें, शराब या बियर पी रही लड़कियों की तस्वीरें या वीडियो या फिर गाली दे रही लड़कियों के वीडियो आदि। आपको शायद ही कोई ऐसा वीडियो शेयर होता दिखाई देगा जिसमें व्यस्क पुरुष गाली दे रहा हो, शराब पी रहा हो या सिगरेट पी रहा हो। कम से कम तब तक नहीं, जिसमें कोई फनी बात न हो रही हो। मगर लड़कियों के मामले में अगर लड़की सिगरेट पी रही हो, शराब पी रही हो, उतना ही काफी है। उसमें किसी फनी एंगल या हास्यास्पद या यूनीक घटना की जरूरत नहीं है। लड़की का गाली देना, शराब या सिगरेट पीना ही खुद में लोगों के लिए रोमांचक हो जाता है।

इतना ही नहीं, उस वीडियो के साथ बहुत गंभीर मेसेज देने की कोशिश की जाती है कि लड़कियां बर्बाद हो गईं, लड़कियों को पंख लग गए, ऐसी लड़कियां कैसी मां बनेंगी कल, या मां-बाप ने ज्यादा आजादी दे दी है। यही काम अगर लड़के करते हैं तो इशू नहीं है, लड़कियां कर देती हैं तो वायरल मटीरियल हो जाता है। लड़के अगर गर्लफ्रेंड के लिए लड़ पड़ें तो नॉर्मल है मगर लड़कियां अगर बॉयफ्रेंड के कारण भिड़ जाएं तो मजा आने लग जाता है।

ये हमारी मानसिकता को दिखाता है कि हम लड़कियों या महिलाओं के प्रति कितने पूर्वग्रहों से भरे हैं। लड़कों के लिए जिन चीजों को हम सामान्य समझते हैं, वे लड़कियों को लेकर कैसे असमान्य समझ ली जाती हैं। अगर कोई चीज गलत है तो वो सबसे लिए गलत है और ठीक है तो सबसे के लिए ठीक है। ऐसा नहीं हो सकता कि लड़के करें तो ठीक, लड़कियां करें तो गलत।

लड़के आए दिन लड़ते हैं, उनके वीडियो पर क्यों खबर नहीं बनती?

वैसे इस बहस से इतर मुद्दा यह है कि अगर कोई लड़ रहा है तो अगर आप उन्हें छुड़ा नहीं सकते, उनकी मदद नहीं कर सकते तो कम से कम वीडियो तो मत बनाइए। और अगर किसी बेवकूफ ने ऐसा वीडियो बना लिया है तो आप तो कम से कम समझदारी बरतिए। उसे शेयर करके आप लड़ने वालों की मूर्खता का नहीं, बल्कि अपनी मूर्खता का प्रदर्शन कर रहे होते हैं। क्योंकि ईश्वर न करे आपका या आपके बच्चों का किसी करीबी का कोई ऐसा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल देता तो आप क्या करते?

हर मामले में खुद को रखकर सोचना चाहिए। ये कॉलेज के बच्चे हैं, नासमझ हैं, भावनाओं में बह गए, लड़ पड़े। कल को ये पछताएं और शायद फिर दोस्त बन जाएं मगर आपने जो वीडियो वायरल कर दिया, उससे उनकी छवि को कितना नुकसान पहुंचा ये सोचिए। वे डिप्रेशन में जा सकते हैं।

बात लड़के या लड़कियों के वीडियो की नहीं, किसी भी संवेदनशील वीडियो की है। आप खुद को बहुत क्रांतिकारी समझकर हर वीडियो को शेयर कर देते हैं कि आगे बढ़ा दिया जाए। मगर इस तरह के वीडियो कितना नुकसान पहुंचा रहे होते हैं आपको पता नहीं होता। कई बार तो आप फर्जी वीडियो ही शेयर कर रहे होते हैं।

इसलिए प्लीज, कोई भी वीडियो बनाने से पहले या उसे शेयर या फॉरवर्ड करने से पहले एक पल के लिए सोचें जरूर कि क्या आपका ऐसा करना जरूरी है? क्या ये वीडियो असली या ऑथेंटिक है? क्या इसे शेयर करने से कुछ भला होगा? अगर नहीं तो वहीं पर रुक जाएं। आपका ये छोटा सा कदम एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर बेहद महत्वपूर्ण कदम होगा।

(हिमाचल प्रदेश में रह रहे लेखक ने हमारे फेसबुक पेज पर मेसेज करके यह टिप्पणी प्रकाशित करने के लिए भेजी है।)

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