आजाद हिन्द फौज के हिमाचली योद्धा भी उत्सुक हैं नेताजी के रहस्य जानने के लिए

इन हिमाचल डेस्क।। 

पश्चिम बंगाल सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत से जुड़े रहस्य से पर्दा उठाने के लिए शुक्रवार को उनसे जुड़ी 64 फाइलें सार्वजनिक कर दीं। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि मैंने उसमें से कुछ फाइलें पढ़ी। उन्होंने कहा कि उन फाइलों के अनुसार 1945 के बाद नेताजी के जिंदा होने की बात सामने आई है। साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि उन फाइलों को पढ़नें के बाद पता चला है कि नेताजी की जासूसी भी होती थी। इन 64 फाइलों का डिजिटल संस्करण सात डीवीडी के एक सेट में उपलब्ध है। मूल फाइलें कोलकाता पुलिस संग्रहालय में रखी गई हैं। फाइलों में 12,744 पृष्ठ हैं और ये शोधकर्ताओं एवं विद्वानों के लिए उपलब्ध हैं। कोलकाता पुलिस आयुक्त सुरजीत कार पुरकायस्थ ने संग्रहालय में एक छोटे से समारोह के बाद फाइलों को नेताजी के वंशजों को सौंप दिया और इसकी प्रति संवाददताओं को भी दी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 11 सितंबर को यह कहते हुए नेताजी से जुड़ी 64 फाइलों को सार्वजनिक करने के अपनी सरकार फैसले की घोषणा की थी कि नेताजी के गायब होने से जुड़े रहस्य से पर्दा उठाए जाने की जरूरत है।
गांधी और पटेल के साथ नेता जी सुभाष चन्द्र बोस

ममता ने कहा,” नेताजी के गायब होने से जुड़ा रहस्य बरकरार है। इसलिए हमारे पास जो भी फाइलें हैं, हम उन्हें सार्वजनिक करेंगे, जिससे शायद उस रहस्य को दूर करने में मदद मिले।” उन्होंने कहा,”हमारे पास जो 64 फाइलें हैं, उन सभी को सार्वजनिक किया जाएगा। वे शहर के पुलिस संग्रहालय में रखी जाएंगी।”

नेता  जी से जुड़े रहस्यों पर से पर्दा उठने का इंतज़ार हिमाचल प्रदेश में भी बहुत से आजाद हिन्द फौज के सिपाही कर रहे हैं।  आजाद हिन्द फौज के सिपाही शुरू से ही यह मानते हैं की नेताजी वर्षों तक गुमनाम जीवन जीते रहे
और 1945 की विमान दुर्घःटना की खबर मिथ्या थी।  इन सेनानियों का कहना है की उम्र के अंतिम दौर में उन्हें भी पता चल जाएगा की उनके सुप्रीम कमांडर से जुड़ा रहस्य  क्या है।  फाइलों  से निकल कर आने वाली जानकारी को सुनने के लिए वो उत्सुक हैं।

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