वीरभद्र को सलाखों के पीछे देखना चाहते हैं गुड़िया के पापा

शिमला।। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कोटखाई रेप ऐंड मर्डर केस में बयान दिया था कि ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। इसके बाद जनता में नाराजगी फैल गई थी और आंदोलन उग्र हो गया था। मगर चुनाव की घड़ी में फिर उन्होंने यही बात दोहराई है और इससे फिर से नाराज़गी देखी जा रही है। गौरतलब है कि पिछली बार दिए गए बयान के बाद गुड़िया के परिवार में भी नाराजगी थी और इसे लेकर फिर से वीरभद्र ने यह बयान दिया है। ‘द क्विंट’ से बातचीत में गुड़िया के नाराज़ पिता ने कहा है कि वह चाहते हैं कि वीरभद्र को सलाखों के पीछे बंद किया जाए।

पहले ‘न्यूज 18 हिमाचल’ का यह वीडियो देखें, जिसमें वीरभद्र पत्रकारों से बात करते हुए गुड़िया प्रकरण पर क्या कह रहे हैं। उन्होंने इसे मामूली मामला बताया और फिर डैमेज कंट्रोल करने के लिए गंभीर मामला बताने लगे मगर वह यह साबित करना चाहते थे कि ऐसी घटनाएं पूरे देश में होती हैं।

यही नहीं, उन्होंने झूठ भी बोला कि मैंने दूसरे दिन ही सीबीआई जांच के लिए चिट्ठी लिख दी थी। मगर वीरभद्र यह नहीं बता रहे कि अगर यह मामूली घटना थी और ऐसी घटनाएं पूरे देश में होती हैं तो आपकी पुलिस के अधिकारी क्यों जेल में हैं और आरोपी बेल पर क्यों हैं। जांच अधिकारी ही आरोपी की हिरासत में मौत को लेकर बंद हों और आरोपियों का अता-पता न हो तो क्या मामले को मामूली कहा जा सकता है?

बहरहाल, ‘द क्विंट’ की रिपोर्ट का नाम है- Remembering the Kothkai Rape Victim Whose Death Shocked India. इसमें मुख्यमंत्री के यह कहने पर कि ‘ऐसी घटनाएं होती रहती हैं’ से नाराज़ गुड़िया के पिता कहते हैं, “वीरभद्र की अपनी बेटी के साथ ऐसा हुआ होता तो? तब भी वह यही कहते? मैं चाहता हूं कि उन्हें लॉक अप में बंद किया जाए।”

(क्विंट में छपा गुड़िया के पापा का बयान) Courtesy: The Quint

‘द क्विंट’ की रिपोर्ट के मुताबिक कोटखाई, जहां यह वारदात हुई, उससे दूर जहां पर गुड़िया के परिजन रहते हैं, वह इलाका ठियोग मे पड़ता है और यही वजह हो सकती है कि वीरभद्र ठियोग से चुनाव के लिए खड़े नहीं हुए।

रिपोर्ट के मुताबिक गुड़िया के पिता आश्वस्त हैं कि कोई भी वीरभद्र को वोट नहीं देगा। पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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