अब मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने डीसी कुल्लू को भरी सभा में मंच से लताड़ा

कुल्लू।। प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का गुस्सा दिनोदिन बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। आए दिन मंच से भड़क जा रहे मुख्यमंत्री ने अब कुल्लू के डीसी को भरे मंच से न सिर्फ फटकारा, बल्कि उनके तबादले का भी ऐलान कर दिया। गौरतलब है कि इससे पहले वह इसी तरह से पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को मंच से ही करप्ट बता चुके हैं।

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (File Photo)मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (File Photo)

मामला सोमवार का है, जब बंजार दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अधिकारियों की जमकर क्लास ली। उन्होंने खास तौर पर डीसी कुल्लू को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा, ‘ये डीसी साहब हैं, इनसे कमजोर आदमी कहीं नहीं देखा। जब सरकार ने फैसला लिया है कि मंदिर अपने कब्जे में लेना है तो लेना है। क्या ये डीसी बने रहने के काबिल हैं? I am going to transfer him from here.’

दरअसल जब से महेश्वर सिंह बीजेपी में शामिल हुए हैं, तबसे राज्य सरकार ने कुल्लू के भगवान रघुनाथ मंदिर को न्यास बनाकर अपने कब्जे में लेने की कोशिश तेज कर दी है। महेश्वर सिंह जिस राजघराने के हैं, वही  राजघराना इस मंदिर की देखरेख करता आया है। प्रदेश सरकार ने अधिसूचना जारी की थी कि डीसी कुल्लू 24 घंटों के अंदर मंदिर को अपने कब्जे में लेकर रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपें। डीसी ने कब्जा करने का कदम उठाने से पहले मंदिर प्रबंधन को नोटिस भेजा। इसके बाद मंदिर प्रबंधन ने हाई कोर्ट में याचिका डाल दी। इससे सरकार मंदिर का अधिग्रहण नहीं कर पाई।

गौरतलब है कि वीरभद्र सरकार ने इससे पहले इसी तरह से अधिसूचना जारी करके रातोरात एचपीसीए स्टेडियम धर्मशाला को अपने कब्जे में ले लिया था, मगर कोर्ट ने इस कदम को अवैध बनाते हुए सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी। संभव है कि ऐसी स्थिति न आए, यह सोचते हुए डीसी ने मंदिर प्रबंधन को 7 दिन का नोटिस दिया होगा। मगर उन्हें नहीं मालूम का था कि इतना बड़ा अधिकारी होने के बावजूद उन्हें मंच से इस तरह अपमानित किया जाएगा और उनकी क्षमता पर प्रश्न चिह्न खड़े किए जाएंगे।

सोशल मीडिया पर भी मुख्यमंत्री के इस व्यवहार की लगातार आलोचना हो रही है। लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री को पहले खुद से सवाल पूछना चाहिए कि इतने आरोपों में घिरे होने के बावजूद क्या उन्हें खुद अपने पद पर बने रहने का अधिकार है जो वह प्रतिष्ठित पद पर बैठे अधिकारियों को इस तरह से अपमानित कर रहे हैं। आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री का गुस्सा किस पर फूटता है, यह देखना अभी बाकी है।

UPDATE: DC कुल्लू रहे हंसराज चौहान का ट्रांसफर करके उन्हें PWD का स्पेशल सेक्रेटरी बना दिया गया है। गौरतलब है कि PWD महकमा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पास ही है।

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