90 की उम्र में संन्यास के बाद वापसी कर सकती हैं विद्या स्टोक्स

शिमला।। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने बुधवार शाम को 68 में से 59 सीटों पर टिकटों का ऐलान कर दिया। जिन नौ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं हुई, उनमें शिमला की ठियोग सीट भी शामिल है। पहले तो मुख्यमंत्री वीरभद्र ने खुद यहां से लड़ने का ऐलान किया था मगर अब वह यहां के बजाय अर्की से लड़ने जा रहे हैं। ठियोग से मौजूदा विधायक विद्या स्टोक्स हैं, जिन्होंने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। उनकी उम्र अभी 89 साल है और दिसंबर में वह 90 साल की हो जाएंगी। मगर अब जानकारी मिल रही है कि वह संन्यास से वापसी की घोषणा करते हुए फिर से ठियोग से चुनाव लड़ेंगी।

 

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने जब अपनी सीट शिमला रूरल अपने बेटे विक्रमादित्य के लिए छोड़ी थी, तभी से वह अपने लिए सुरक्षित सीट ढूंढ रहे थे। पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि वह अर्की का रुख कर सकते हैं। मगर बीच में जब कांग्रेस की सीनियर नेता विद्या स्टोक्स ने कहा कि वह इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगी, तब वीरभद्र ने कांग्रेस के परंपरागत वोटरों वाली इस सीट पर नजरें टिकाईं। उन्होंने न सिर्फ यहां से लड़ने का ऐलान किया, बल्कि विद्या स्टोक्स ने उन्हें यहां आकर न्योता भी दिया था। मगर जानकारों का कहना है कि बीजेपी की तरफ से भी मजबूत कैंडिडेट होने के साथ-साथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में नाराजगी और सीपीएम उम्मीदवार के जनाधार वाले तथ्यों को ध्यान में रखते हुए वह भांप गए कि यहां से लड़कर जीतना टेढ़ी खीर है। ऐसे में उन्होंने अर्की से लड़ने का फैसला कर लिया।

ठियोग कांग्रेस में ये हैं हालात
मगर अब ठियोग से कौन लड़ेगा? कांग्रेस नहीं चाहती कि इस बार सीटों को यूं ही गंवाया जाए। ऐसे में किसी भी तरह की विपरीत स्थिति से बचने के लिए कांग्रेस पुराने और दिग्गज नेताओं को ही टिकट देना चाहती है। ऐसे में सूत्रों से जानकारी मिली है कि पार्टी यहां से विद्या स्टोक्स को ही उतारना चाहती है। इस वक्त यहां राजेेन्द्र वर्मा, कुलदीप राठौर और दीपक राठौर कांग्रेस के टिकट के दावेदार हैं। मगर स्टोक्स कैंप इन तीनों को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। वे प्रकाश ठाकुर का नाम सुझा रहे हैं, मगर वह भी मजबूत स्थिति में नहीं हैं और उन्होंने टिकट के लिए आवेदन भी नहीं किया है। इस स्थिति में विद्या स्टोक्स फिर से यहां से चुनाव लड़ सकती हैं।

विद्या स्टोक्स

ठियोग का पॉलिटिकल ड्रामा
अगर विद्या स्टोक्स चुनावी समर में उतरती हैं तो इस बार हिमाचल की राजनीति का यह सबसे रोचक घटनाक्रम होगा। वह यूं कि सबसे पहले तो मुख्यमंत्री ने संकेत दिए कि वह ठियोग से लड़ सकते हैं। फिर कुछ समय बाद विद्या स्टोक्स ने कहा कि परिवार को समय देने के लिए वह इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगी। फिर वीरभद्र ठियोग गए और बोले कि मैं यहां से चुनाव लड़ूंगा। जब चुनाव लड़ने का ऐलान हो गया, उसके बाद जाकर स्टोक्स ने वीरभद्र को ठियोग से लड़ने का न्योता दिया। यानी ऐलान पहले, निमंत्रण बाद में। फिर मुख्यमंत्री ने ठियोग छोड़कर अर्की से लड़ने का ऐलान कर दिया और ठियोग से टिकट का ऐलान नहीं हुआ। अगर विद्या स्टोक्स यहां से चुनावी मैदान में उतरती हैं तो लगभग 90 साल की उम्र में संन्यास लेने के बाद उनका लौटना भी इस घटनाक्रम में एक रोचक कड़ी साबित होगा।

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