जब मुख्यमंत्री वीरभद्र ने विधानसभा में कहा- मेरा कत्लेआम हो रहा था

शिमला।। हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने स्टेट जीएसटी बिल को ध्वनिमत से पारित कर दिया है। इसी के साथ ही सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस बीच में विधानसभा के स्पेशल सेशन में ऐसी घटना हुई कि मुख्यमंत्री ने अपने हाजिर जवाबी से सभी को ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया। दरअसल विधानसभा में डेस्क पर जो टेबल है, वह ऑटोमैटिक हैं यानी बटन के माध्यम के ऊपर-नीचे किया जा सकता है (नीचे प्रणाली समझाने वाला वीडियो देखें)। यानी जब सदस्य बैठा हो तब भी उसके लिए सुविधाजनक हो और बोलने लगे तो वह पॉडियम की तरह ऊंचा हो जाए। मगर इस टेक्नॉलजी में शनिवार को चूक हो गई।

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह स्टेट जीएसटी विधेयक सदन में रखने के बाद जैसे ही बैठने लगे उनकी टोपी गिर गई। टोपी उठाने के लिए सीएम नीचे टेबल के नीचे झुके। तभी विधानसभा के एक कर्मचारी ने उनकी आटोमैटिक टेबल लिफ्ट को नीचे करने वाला बटन दबा दिया। स्वचलित प्रणाली चालू होते ही टेबल नीचे हुआ और झुके हुए मुख्यमंत्री की गर्दन से टकरा गया। यब भूल वैसे बड़े हादसे का सबब बन सकती थी। बटन दबाने वाला कर्मचारी घबरा गया कि मुख्यमंत्री की गर्दन से टकरा गया टेबल। मगर सीएम ने टोपी संभाली माहौल को नॉर्मल किया। उन्होंने खुद को संभाला और हंसते हुए कहा- मेरा कत्लेआम हो रहा था। उनका ऐसा बोलना था कि नर्वस दिख रहे कर्मचारी समेत पूरा सदन ठहाके लगाने लगा।

दरअसल मुख्यमंत्री अपने टेबल को लेकर कुछ असहज महसूस कर रहे थे। जब वह विधेयक को पटल पर रखने के लिए खड़े हुए तो अपनी सहूलियत के लिए उन्होंने टेबल को लिफ्ट करवाया। बोलना शुरू करते ही टेबल की ऊंचाई उनको ठीक नहीं लगी। उन्होंने कर्मचारी से बोला कि इसे थोड़ा नीचे करो। सिस्टम से अनजान कर्मचारी ने बटन दबाया तो टेबल नीचे बैठ गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या यह आधा नीचे नहीं हो सकता, इसपर कर्मचारी ने कहा कि नहीं सर, यह पूरा ही नीचे बैठेगा। इसपर मुख्यमंत्री ने विपक्ष की ओर देखते हुए कहा- यहां बीच वाला सिस्टम नहीं है। यह सुनकर सभी हंसे और कर्मचारी ने फिर से टेबल को ऊंचा कर दिया। इसके बाद संबोधन खत्म करने के बाद सीएम बैठने लगे थे, तभी उनकी टोपी गिर गई थी।

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