सोलन में स्कूल और गांव के पानी के टैंक में किसने मिलाया जहर?

सोलन।। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में सामने आए स्कूल के टैंक में जहर मिलाने के मामले में अभी तक पुलिस को कामयाबी नहीं मिली है। बच्चों ने पानी से तेज गंध आने पर पानी नहीं पिया, वरना अप्रिय घटना हो सकती थी। यह जहर उस टंकी में मिलाया गया था, जहां से बच्चे मिडडे मील खाने के बाद पानी पीते थे। इस घटनाक्रम से आईपीएच विभाग की पोल भी खुलती है, क्योंकि यही जहर गांव के पेयजल टैंक में भी मिलाया गया था।

तस्वीर: amarujala.com
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बुधवार को स्कूल का दौरा करने आई राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन किरण धांटा उस वक्त हैरान रह गईं, जबक पानी की टंकी को अब भी ढका नहीं गया था और न ही इसपर ताला लगाया गया था। इस मौके पर उनके साथ 3 और सदस्य व शिक्षा विभाग के डेप्युटी डायरेक्टर भी मौजूद थे। डीएसपी व अन्य आलाअधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहे।

कक्कड़हट्टी मिडल स्कूल और गांव के पेयजल टैंक में सोमवार को अज्ञात शरारती तत्वों ने जहर मिला दिया था। बच्चे जब पानी पीने लगे तो उन्हें तेज गंध आई। पानी का रंग भी दूधिया हो गया था। इसकी जानकारी उन्होंने हेडमास्टर को दी और उन्होंने आईपीएच को सूचित किया। जांच में पता चला कि इसमें Nuvan नाम का कीटनाशी डाला गया था। यही जहर पास के ही पानी के टैंक में भी पाया गया। इस स्कूल में करीब 300 छात्र पढ़ते हैं और खुले टैंक से जिस गांव को सप्लाई जाती है, वहां भी करीब 300 लोग रहते हैं। अगर बच्चों को पता नहीं चलता को बड़े पैमाने पर अप्रिय घटना घट सकती थी।

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आपीएछ विभाग की शिकायत पर पुलिस पोस्ट सुबाथू में अज्ञात शरारती तत्वों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। लोग अभी भी दहशत में हैं क्योंकि टैंक खुले हुए हैं। गौरतलब है कि शिमला में युग हत्याकांड के बाद आईपीएच पूरे प्रदेश में पानी के टैंकों को ढकने और तालाबंद करने की व्यवस्था करने की बात कही थी। मगर अभी तक ऐसा कुछ होता नहीं दिख रहा है। गौरतलब है कि हत्यारों ने युग को जिंदा ही पानी के टैंक में डाल दिया था और कई महीनों बाद उसका कंकाल बरामद हुआ था।

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