कांगड़ा: दहेज मांगने के आरोप में दुल्हन ने लौटाई बारात, दूल्हे के पिता ने कहा- आरोप बेबुनियाद

कांगड़ा।। कांगड़ा के ज्वाली में एक युवती की शादी होने जा रही थी। शादी के लिए एक मैरिज पैलेस की बुकिंग की हुई थी। यहां पर बैजनाथ से बारात आनी थी। खबरों के मुताबिक बारात आने तक सब कुछ सही रहा मगर आरोप है कि सात फेरों से पहले दूल्हे वालों ने दहेज की मांग रख दी। मगर दूल्हे के पिता का कहना है कि आरोपों को कोई आधार नहीं है।

लगभग सभी मीडिया संस्थानों की खबरों में कहा गया है कि जब दुल्हन को उसके परिवारवालों ने इसकी जानकारी दी तो उसने दहेज मांगने वाले दूल्हे को सबक सिखाते हुए सबके सामने खरी-खरी सुना दी और तुरंत बारात लेकर लौटने को कहा। दूसरी ओर मामले को बढ़ता देख बाराती वापस चले गए। दूल्हे को भी बिना दुल्हन के ही लौटना पड़ा।

दुल्हन के परिजनों का कहना है कि दूल्हे पक्ष की ओर से 2 दिन पहले फोन कर पूछा गया था कि वे शादी में क्या दे रहे हैं। इसे दुल्हन पक्ष के लोगों ने हल्के में लिया। मगर जब कुछ नहीं मिला तो दूल्हे पक्ष ने मंडप पर ही दहेज की मांग रख दी। पुलिस ने दूल्हे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। डीएसपी कांगड़ा सुरेंद्र शर्मा ने मामले की पुष्टि की है।

इस बीच ‘इन हिमाचल’ ने दूल्हे वालों का पक्ष भी पाठकों के सामने रखना चाहा। दूल्हे के पिता का कहना है कि आरोप निराधार हैं और दुल्हन पक्ष की ओर से साजिश की जा रही है। उनका कहना है कि दहेज की मांग करना तो दूर, दुल्हन वाले पहले ही शादी तोड़ने का मन बनाकर आए थे। उन्होंने कहा कि बारात पहुंचने पर कोई भी रिसीव करने नहीं आया और कुछ लोगों को बुलाकर कहा गया कि वापस लौट जाए वरना अच्छा नहीं होगा। लड़की को बुलाया गया तो उसने भी शादी से इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा  कि 1 साल पहले तय हुई शादी के लिए भला 2 दिन पहले क्यों दहेज मांगा जाता और शादी वाले दिन क्यों मांगा जाता। उल्टा उन्होंने कहा कि लड़की वालों ने खुद पूछा था एक बार कि क्या चाहिए आपको तो हमने कहा था कि कुछ नहीं चाहिए। लगता है कि वे लोग कहीं और शादी करने के इच्छुक हैं। अगर इस बारे में पहले ही बता दिया होता तो हम बारात लेकर ही न जाते और मानसिक प्रताड़ना न होती।

(तस्वीर प्रतीकात्मक है)

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