प्राइवेट स्कूल के फंक्शन में ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने सरकारी अध्यापकों को लताड़ा

एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क, मंडी।। एक ओर जहां हिमाचल सरकार यह कोशिश कर रही है कि सरकारी स्कूलों को लेकर लोगों में बनी धारणा को तोड़ा जाए, उसके ही एक मंत्री ने सरकारी स्कूलों की आलोचना की है। सरकार ने बच्चों को सरकारी स्कूलों की ओर आकर्षित करने के लिए जहां ‘मेरे स्कूल से निकले मोती’ जैसी योजना शुरू की है, वहीं एक मंत्री ने निजी स्कूल के फंक्शन में जाकर जो कहा है, उसे सरकार की मुहिम और सरकारी स्कूलों के लिए झटका माना जा रहा है।

प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने सरकारी अध्यापकों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उनपर तीखी टिप्पणियां की हैं। अनिल शर्मा का कहना है कि सरकारी स्कूलों के अध्यापकों का पढ़ाई और परिणाम की तरफ कम जबकि तबादलों की तरफ ज्यादा ध्यान रहता है।

अनिल शर्मा ने यह बात सोमवार को मंडी में गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल के वार्षिक समारोह के दौरान कही। अनिल शर्मा ने कहा कि निजी स्कूलों के अध्यापक कमिटमेंट के साथ कार्य करते हैं और बेहतर परिणाम देते हैं, जबकि सरकारी स्कूलों के अध्यापक ऐसी किसी कमिटमेंट के साथ काम नहीं करते।

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ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों के अध्यापकों को सिर्फ अपने तबादलों की पड़ी रहती है। अधिकतर अध्यापक यही देखते हैं कि घर के नजदीक किस स्कूल में अडजेस्टमेंट करवाई जा सके ताकि आने-जाने में सुविधा हो सके। उन्होंने कहा कि रोजाना उन्हें इस प्रकार के तबादलों के आवेदनों से जूझना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में सुविधाओं की कमी नहीं है बल्कि यहां पर अध्यापकों को कमिटमेंट के साथ काम करने की जरूरत है।

(यह एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क की खबर है और सिंडिकेशन के तहत प्रकाशित की गई है।)

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