बच्ची ने रेप से बचने के लिए नाजुक अंगों पर तेल छिड़कर लगाई थी आग

कुल्लू।।

हिमाचल प्रदेश के कुल्‍लू में 13 साल की बच्ची से रेप के बाद आग लगाने के मामले में चौंकाने वाला खुलाा हुआ है। पुलिस के अनुसार आरोपी मासूम से पहले भी रेप कर चुके ‌थे और दूसरी बार जब वे ऐसी हरकत करने लगे तो उसने अपने नाजुक अंगों पर मिट्टी का तेल छिड़कर आग लगा ली। पूछताछ में सामने आया है कि दोनों युवक उसकी पहचान के ही हैं। एक स्‍थानीय युवक है जबकि दूसरा बिहार का रहने वाला है।

खुलासा हुआ है कि स्कूल से घर लौटी मासूम से एक नहीं बल्कि दो युवकों ने दुराचार किया था। दोनों ने बारी-बारी अलग-अलग दिन इस नाबालिग बच्‍ची को अपनी हवस का शिकार बनाया था। अब ये फिर से इस मासूम के साथ दरिंदगी करना चाहते थे। इसीलिए एक युवक जबरदस्ती करने के लिए बच्ची के घर पहुंचा था। बच्ची ने विरोध किया मगर आरोपी ने उसके साथ जबरदस्ती की। बाद में बच्ची ने यह सोचकर कि कहीं उसके साथ फिर दुराचार न हो, उसने खुद के संवेदनशील अंगों पर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी।

सांकेतिक तस्वीर

पुलिस के अनुसार जांच में पाया गया है कि बच्ची ने डर के चलते खुद को आग लगाई है। प्रारंभिक जांच में दोनों आरोपी नाबालिग लग रहे हैं। पुलिस जांच में पाया गया है कि मासूम के साथ दो युवकों ने दुराचार किया है। इसमें एक शिरढ़ गांव का ही है। जबकि, दूसरा युवक बिहार का बताया जा रहा है। मासूम ने इन दोनों के नाम के साथ शिनाख्त की है।

अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक एसपी कुल्लू सुरेंद्र वर्मा ने बताया कि पुलिस ने दोनों युवकों को संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। इसके बाद पूछताछ में दोनों युवकों ने अपना गुनाह कबूल किया है। वहीं, मेडिकल रिपोर्ट में भी मासूम के साथ दुराचार होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में दोनों आरोपी भी नाबालिग लग रहे हैं।

नाबालिग के साथ दरिंदगी के बाद उसके संवेदनशील अंगों को जलाने के प्रयास की घटना के बाद ऊझी घाटी के लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। शुक्रवार को इस घटना के विरोध में घाटी के सैकड़ों लोगों ने राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष एवं जिप उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर की अगुवाई में रायसन में विरोध रैली निकाली।

रैली के दौरान पुलिस से आरोपियों को जल्द खोजकर गिरफ्तार करने की मांग उठाई गई। इस दौरान पुलिस और प्रदेश सरकार के विरोध में नारेबाजी भी की गई। काबिले गौर बात यह है कि रैली में भाजपा और कांग्रेस के धुर विरोधी माने जाने वाले पंचायत प्रतिनिधियों ने एक मंच पर साथ आकर पुलिस-प्रशासन से ऐसी वारदातों को रोकने के लिए सुस्ती छोड़ मुस्तैद होने को कहा।

उन्होंने कहा कि पुलिस को जिला में बिगड़ती कानून व्यवस्था को पटरी पर लाना होगा। बार-बार रघुनाथजी की मूर्ति को वापस लाने की बात दोहराने से काम नहीं चलेगा। रैली के बाद एसडीएम कुल्लू को ज्ञापन भी सौंपा गया। रैली में शिरढ़ की प्रधान चित्रलेखा भार्गव, बैंची की प्रधान सरला देवी, जिप सदस्य रेशमा ठाकुर, बीडीसी शकुंतला देवी, बालमुकंद राणा और अखिलेश कपूर समेत कई लोग शामिल हुए।

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