रोज तीन किलोमीटर चलकर गांव के बच्चों के साथ स्कूल आता है यह कुत्ता

इन हिमाचल डेस्क।।

कुत्ते और इंसान की दोस्ती की असंख्य मिसाले आपने सुनी होंगी।  यहाँ भी ऐसी ही एक  अजबो गरीब दास्तान हम आपको बता रहे है जो हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के एक ग्रामीण इलाके से सबन्धित है।  जंगल के बीच एक सरकारी स्कूल है जहाँ दूर दराज से पढ़ने के लिए बच्चे आते हैं।  एक गावं से इस स्कूल में लगभग 3 -4 किलोमीटर दूर से बच्चे आते हैं।  इन्ही बच्चों के साथ एक कुत्ता भी  स्कूल आता है।  काले रंग का यह कुत्ता फिर सारा दिन स्कूल में गुजारकर  शाम को बच्चों के साथ वापिस चला जाता है।  हैरानी की बात यह है की यह कुत्ता किसी भी हालत में एक भी दिन छुट्टी नहीं करता।  और स्कूल में भी अपने गावं के बच्चों की कक्षा के बाहर  ही बैठता है।

शुरू में अध्यापकों ने बच्चों को कुत्ते को घर में बाँधने को कहा पर यह तरीका भी कारगर सिद्ध नहीं हुआ , जैसे ही दिन में भी उसे मौका लगता वो भागकर स्कूल पहुँच जाता। परन्तु अब स्कूल में बनने वाले मिड डे मील में कुत्ते को भी हिस्सा मिलता है।  क्योंकि इस कुत्ते ने इस स्कूल की वो समस्या सुलझा दी है जिस से अध्यापक से लेकर अभिवावक और बच्चे अक्सर परेशान रहते थे।

स्कूल के प्रांगण में मजे से धुप सेंकता हुआ कुत्ता

चीड़ के जंगलों के साथ लगते इस स्कूल में बंदरों का बहुत आतंक रहता है।  यह बन्दर अक्सर बच्चों का बैग खाने का सामान या मिड डे मील किचन पर धावा बोल देते थे।  परन्तु अब इस कुत्ते ने बंदरों से निबटने का बीड़ा उठा लिया है।  यह कुत्ता स्कूल कैंपस के अंदर एक भी बंदर को फटकने नहीं देता है।  वहीँ प्रांगण में बैठकर पूरी रखवाली करता है।  देखिये है न हैरतअंगेज श्याद इस कुत्ते का पूर्वजन्म में शिक्षा से कोई नाता रहा होगा तभी सर्दी गर्मी या बरसात कुछ भी हो यह कुत्ता भी  बच्चों के साथ सुबह स्कूल के लिए चल देता है और शाम को उन्ही के साथ वापिस हो लेता है।

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